चाँद धरती से कितना दूर है? | Chand Dharti Se Kitna Dur Hai
ब्रम्हांड में बहुत सारे ऐसे ग्रह है। जिसमे बुध, शुक्र, शनि, मंगल, यूरेनस, धरती और भी बहुत सारे ऐसे ग्रह इस सौर मंडल पर है, और हैरानी की बात तो यह है, कि इसमें से सिर्फ एक दो ग्रह पर ही सजीव मौजूद है। अगर हम धरती की बात करे तो इसपर बहुत सालो से मानवो की बस्ती बसी है। वैसे देखा जाये तो धरती पर जैसे सूरज की रौशनी की जरुरत होती है। वैसे चाँद की भी जरुरत होती है, क्योंकि सूरज और चाँद के बिना धरती पर रहना असंभव है। वैसे “चाँद धरती से कितना दूर है”? यह सवाल काफी लोगो के मन में है, और अगर हम बात करे धरती और चाँद की तो इन दोनों का बहुत ही अच्छा रिश्ता माना जाता है।
बहुत बार लोग यह सोचते है कि, चाँद धरती से कितना किलो मीटर दूर होगा, या फिर धरती कितनी दूर है चांद से? तो आइये जानते है चाँद धरती से कितना दूर है। वैसे हम सब लोग धरती पर रहते है। यह एक ग्रह है। धरती तक़रीबन ७५ प्रतिशत जल से भरी है, और २५ प्रतिशत इसपर जमीन है। धरती पर सबसे ज्यादा ऑक्सीजन और नाइट्रोजन की मात्रा पाई जाती है। वैसे इस वायुमंडल में ओझोन गैस की एक परत है, जो सूरज की किरणों से हमें बचाती है, क्योंकि अगर सूरज की किरणे ओझोन की परत से नहीं जाएगी तो धरती पर आनेवाली सूरज की किरणे धरती के सजीव को हानि पंहुचा सकती है। इसलिए ओझोन की परत महत्वपूर्ण मानी जाती है, और अगर हम बात करे “चाँद धरती से कितना दूर है”? तो इसका भी जवाब जल्द ही आपको मिल जायेगा।
चाँद हमारे धरती का महत्वपूर्ण हिस्सा है। जिसे हम हर रोज हर दिन शाम के वक़्त देखते है। चाँद के साथ बहुत सारी चाँदनी भी होती है। जिसे हम कभी गिन नहीं सकते क्योंकि वो बहुत सारी होती है। और अगर हम बात करे इस धरती की तो इस धरती का ज्यादातर हिस्सा जल से भरा पड़ा है। अगर भविष्य में तूफान आया तो यह धरती ख़त्म होने में ज्यादा वक़्त नहीं लगेगा। इसलिए हमारा धरती पर रहना बहुत बड़ा रिस्क मान सकते है। लेकिन ऐसा बहुत बड़ा हादसा होना संभव नहीं होगा, क्योंकि यह लाखो बरसो बाद ही ऐसी कुछ घटना होती है। वैसे “चाँद धरती से कितना दूर है”? या फिर “चाँद धरती से कितना किलो मीटर दूर है”? इसका भी जवाब आपको जरूर मिलेगा। “चाँद धरती से कितना दूर है”? यह सवाल काफी बार पूछा गया है इसका जवाब यह होगा की चाँद धरती से तक़रीबन 3,84,403 यानि की 238,857 मिल के आसपास इसकी दुरी है। आशा करता हूँ आपको आपके सवाल के जवाब मिला होगा।
दुनिया में सबसे पहले चांद पर कौन गया था? | Sabse Pahle Chand Par Kaun Gaya Tha?
कई बार लोग यह सोचते है की, आखिर “चाँद पर पहले कौन गया था”? अगर आपके मन में भी यही सवाल है, तो बने रहे इस आर्टिकल के साथ, ताकि आपको जल्द से जल्द आपके सवाल का जवाब मिल सके।
तो चलिए देखते है, आखिर वो कौन सा शक्स है और कब गया था। वैसे “चाँद पर पहले कौन गया था”? यह सवाल पूछना आम बात है। क्योंकि अभीतक बहुत सारे लोग चाँद पर जा चुके है और “चाँद पर पहले कौन गया था”? यह सवाल लोगों के मन में आना कोई बड़ी बात नहीं। वैसे बहुत लोगों का सपना रहता है की, वो चाँद पर जाए। लेकिन बहुत कम लोगों का वह सपना पूरा होता है। जी हाँ दोस्तों अगर हम बात करे अमेरिका जैसे ताकतवर देश की, तो वहाँ पर कई सालो से चाँद पर जाने की तैयारी चल रही थी, और इस बिच अमेरिका सरकार ने दो लोगों को अवकाशयण के जरिये चाँद पर भेजने की तैयारी की। जिसमे अंतरिक्ष यात्री बज एल्ड्रिन, माइकल कॉलिंस और वैमानिक इंजीनियर नील आर्मस्ट्रोंंग थे। जिस दिन इन दो लोगो को भेजा गया वो दिन था 20 जुलाई 1969 जी हाँ दोस्तों, ये वही दिन है जिस दिन इस महान कार्य को अंजाम दिया।
चांद पर कौन-कौन गया है | Chand Par Kaun Kaun Gaya Hai?
वैसे अमेरिका सरकार ने, जिस मिशन के तहत इन लोगों को भेजा गया था। उस मिशन का नाम था, “अपोलो मिशन”। इस मिशन का मुख्य उद्देश्य यह था की, वह चाँदपर कुछ ऐसी चीजों का संशोधन करे, जो कभी किसी शक्श ने ना की हो, और हैरान की बात तो यह है की, अमेरिका इस मिशन में कामयाब हो गई। वैसे हमारा सवाल यह था की “चाँद पर पहले कौन गया था”? तो उस सवाल का जवाब यह होगा की सबसे पहले चाँदपर एक वैमानिक इंजीनियर “नील आर्मस्ट्रांग” जिन्होंने अपना पहला कदम रख्खा, जो की सबसे पहले व्यक्ति माने जाते है। आशा करता हूँ आप इस जवाब से संतुष्ट होंगे।
इस धरती पर हर एक जीव जीने के लिए आता है। रोज कितने सारे जीव जन्म लेते है, और कितने सारे मरते है। लेकिन धरती बिलकुल वैसे की वैसी है। इस धरती ने बहुत सारे महा पुरुषोंको भी देखा, और बहुत सारे जालिमोको भी मरते देखा, और अगर हम बात करे चाँद और धरती की तो इनका जन्म लाखो साल पहले हुआ था।
वैज्ञानिक जब चाँद पर गए तो, वहाँपर उन्होने देखा की वहाँ के वातावरण में ज्यादातर धूल और चिपचिपा पन है। जो मनुष्य के लिए काफी हदतक खतरनाक हो सकता है।
चांद कितना बड़ा है? | Chand Kitna Bada Hai?
वैसे “चाँद कितना बड़ा है”? यह सवाल आना भी लाजमी है। क्योंकि कई बार कुछ लोग बोलते है की, चाँद छोटा या फिर बहुत बड़ा है। इसलिए लोगों के मन में यह शंकाये आना स्वाभाविक है। वैसे अगर हम बात करे चाँद की तो वहाँपर बहुत ही कम पानी दिखाई देता है। वैसे जब चाँद धरती की परिकर्मा करता है, तो उसे तक़रीबन 27 दिन 8 घंटे लगते है। अगर हम बात करे धरती और चन्द्रमा की तो धरती पर ज्यादा गुरुत्वाकर्षण शक्ति होती है। और चाँद पर धरती से बहुत ही कम गुरुत्वाकर्षण शक्ति रहती है, इसलिए चाँदपर मनुष्य का वजन 20 % कम हो जाता है। वैज्ञानिको का मानना है कि, चन्द्रमा हर वर्ष धरती से तक़रीबन 3 सेंटीमीटर दूर हो रहा है। अगर ऐसे ही चलता रहा तो धरती पर अँधेरा होने में ज्यादा देर नहीं लगेगी। वैसे “चाँद कितना बड़ा है”? इस सवाल का जवाब ऐसा है की, पृथ्वी के द्रवमान के लगभग 8 वा हिस्सा यानि की इसका व्यास 3,475 किलोमीटर है। आशा करता हूँ, आपको आपके सवाल का जवाब भी मिला होगा। अगर आपको दी गई जानकारी अच्छी लगी होगी तो, कृपया इसे प्रियजनों और दोस्तों को अपने सोशल मीडिया पर या फिर किस अन्य जगह ज्यादा से ज्यादा शेयर करना न भूले धन्यवाद।